Saturday, June 4, 2011

शब्द अनमोल नहीं अमोल हो गए हैं!


शब्द अनमोल नहीं अमोल हो गए हैं!
विश्वास निष्ठा का, 
विश्वास आस्था का ,
विश्वास नैतिकता का ,
विश्वास शुचिता का, 
शब्द अनमोल नहीं अमोल हो गए हैं !
सच्चाई बरतने का ,
ईमानदारी से जीने का ,
आदर्शों पे चलने का, 
शुचिता बरतने का ,
शब्द अमोल  नहीं अनमोल  हो गए हैं !
भ्रस्टाचार से सामंजस्य का,
बेईमानी से जीने का, 
आस्था से धोखे का ,
लाचारी बरतने का ,
शब्द अमोल  नहीं अनमोल  हो गए हैं !
जमीर  से समझोते का ,
धोखे से आगे बढ़ने का ,
ग़ुरबत को  दबाने का,
 दहशत फैलाने का ,
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