अथर्ववेद का उपवेद आयुर्वेद !
त्रिदोष,त्रिगुण पंचमहाभूत का मेल !!
द्रव्य ,गुण ,कर्म ..समवाय का मेल !
समझो तो है सिद्धांत, वरना है सब घालमेल !!
दोषों की अंशांश कल्पना !
अबूझ के लिए एक कल्पना !!
नाडी परीक्षा,प्रकृति विचार !
सद्वृत्त पालन है आधार !!
वाग्भट ,चरक ,सुश्रुत के कथन !
हैं ये आप्त पुरुषों के वचन !!
समझो तो हैं ये आप्त वचन !
वरना हैं सिर्फ कोरे वचन !!
प्रायोगिकता,मौलिकता से परिपूर्ण !
प्रायोगिकता,मौलिकता से परिपूर्ण !
रस,गुण,वीर्य..प्रभाव का सिद्धांत !!
समझ आये तो गुणी विद्वान् !
ना समझे तो मूर्ख महान !!
शोधन,शमन का चिकित्सा सिद्धांत !
है स्वयं में एक वृहद् विज्ञान !!
पर कैसे समझे आधुनिक विज्ञान ?
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