Monday, November 28, 2011

पुरुष हो जाएं सावधान! प्यार में किया, धोखा तो कहीं हो ना जाए ये जानलेवा बीमारी

हमारे शरीर में दिल का बड़ा ही महत्वपूर्ण स्थान है। माता के गर्भ के बारहवें से चौदहवें तक सप्ताह 180 प्रति मिनट की दर से धड़कता हुआ ये दिल ,120-160 प्रतिमिनट की धड़कन पर बना रहता है ,तथा धीरे-धीरे ये दिल मौत आने तक 72 प्रति मिनट पर अनवरत धड़कता रहता है। दिल की धडकनें प्यार-मोहब्बत,दु:ख सुख आदि स्थितियों में घट-बढ़ सकती हैं। इन बातों को ध्यान में ही रखते हुए ही शायद मोहब्बत की नज्मों में दिल की धडकनों विशेष स्थान मिला है। तरानों में दिल के टूटने और जुडऩे की बातें शायद  सच लगती हों,लेकिन अब वैज्ञानिक भी दिल टूटने की बात को सही करार दे रहे हैं। 
इस नयी बीमारी का नाम है ब्रोकेन हार्ट सिंड्रोम। चकरा गए न आप, इस बीमारी का नाम सुनकर,पर यह बात हम नहीं पेनीसाल्वेनिया विश्वविद्यालय के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ.मरियल जेसप कह रहे हैं। उनका कहना है : महिलाएं इस बीमारी के मामले में पुरुषों से कहीं आगे हैं, उनके अनुसार अचानक दिल टूटने या किसी की मृत्यु हो जाने पर हार्ट अटेक के लक्षण उत्पन्न होते हैं, तथा मरीज बगैर किसी नुकसान के ही रिकवर कर जाते हैं। इस दिल टूटने की बीमारी का पता सब से पहले जापानी वैज्ञानिकों ने 1990 में  लगाया था और उसे तोसुबो कार्डियोमायोपैथी नाम दिया था,वैसे आयुर्वेद शास्त्र में काफी पहले ही हृदय रोगों के अंतर्गत इस बीमारी का वर्णन किया गया है। ऐसा एक बड़े झटके के कारण उत्पन्न होता है, जैसे किसी की लोटरी लग गयी या प्रेमी प्रेमिका को आपस में परिणय की स्वीकृति मिल जानी की अवस्था हो,या कोई अचानक मिलने वाला खुशी या गम का एहसास हो,ऐसी स्थिति में तनाव के लिए जिम्मेदार हारमोन एड्रीनलीन अचानक हृदय को काम करने से रोक देता है।
युनिवर्सिटी ऑफ अर्कानास के डॉ.अभिषेक का कहना है कि मेरी अभी तक यह समझ में नहीं आया, कि ऐसा अक्सर महिलाओं में ही क्यों होता है?इन्ही  कारणों को जानने  के लिए उन्होंने एक बड़ा अध्ययन किया तथा परिणामों को अमेरिकी हार्ट एसोसीयेसन के कांफ्रेंस में प्रस्तुत किया। डॉ देशमुख ने अलग-अलग 1000 अस्पतालों में 6229 केसेज पर अपना अध्ययन किया ,उन्होंने केवल 671 पुरुषों में इस स्थिति को पाया,जो धूम्रपान एवं अन्य कारणों से भी प्रभावित हो रहे थे। उनके  अध्ययन से यह पता लगा कि 7.5 गुना महिलाओं का दिल पुरुषों की अपेक्षा अधिक टूटता है। इसके सही कारणों को जानने की तलाश अभी भी जारी है। तो अब से पुरुष  हो जाएं सावधान,कहीं आपकी वजह से कोई महिला मित्र ब्रोकेन हार्ट सिंड्रोम से पीडि़त न हो जाय ..।
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